शक्तिशाली बने रहना है तो, छोटी शक्तियों को समेट कर रखना चाहिए शक्तिशाली बने रहना है तो, छोटी शक्तियों को समेट कर रखना चाहिए
कभी हाथी के समान सीधी चाल ... तो ऊँट सी टेढ़ी चाल चलते हैं कभी कभी हाथी के समान सीधी चाल ... तो ऊँट सी टेढ़ी चाल चलते हैं कभी
छलावों को भावों में बुनकर, रिश्तों के भी जाल बिछा लेते हैं। छलावों को भावों में बुनकर, रिश्तों के भी जाल बिछा लेते हैं।
मगर ऐसे बने इत्तेफ़ाक मोहरे हो गये हालात मगर ऐसे बने इत्तेफ़ाक मोहरे हो गये हालात
पानी पर चलने वाले मोहरे हैं हम लोग! पानी पर चलने वाले मोहरे हैं हम लोग!
ये काल तो एक जाल सा है हर शख्स का अपना हाल सा है चाल तो इन काँटों की एक ही होती है तो हर चाल मे आ... ये काल तो एक जाल सा है हर शख्स का अपना हाल सा है चाल तो इन काँटों की एक ही होत...